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Wednesday, September 18, 2019

ram kya hota he | what is the working of ram

ram kya hota he ( रैम क्या होता है ) what is the working of ram

what is the working of ram
ram kya hota he

दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम दो विषय पर बात करेंगे। एक रैम क्या होता है। और दूसरा के रैम का क्या कार्य है। और साथ ही साथ इनके बारे में हम थोड़ा विस्तार से जानेंगे। और अगर आपने हमारा पिछला पोस्ट नहीं पढ़ा है, तो प्लीज हमारा पिछला पोस्ट जरूर पढ़ लीजिए। दोस्तों रैम के ऊपर मैंने इससे पहले चार पोस्ट और लिख रखा है, आप उनको भी जरूर पढ़ियेगा। क्योंकि जितना ज्यादा पढ़ेंगे, उतना ज्यादा सीखेंगे। और मैं आपको यह बता देना चाहता हूं, कि किसी भी एक विषय में, एक पोस्ट में ही सब कुछ नहीं लिखा जा सकता है। इसीलिए मुझे रैम के ऊपर इतने सारे भागों में पोस्ट लिखना पड़ रहा है। तो आप की असुविधा के लिए मुझै माफ़ करना।  पर दोस्तों आप हमारे यह सभी पोस्ट जरूर पढ़ें। तो चलिए अब स्टार्ट करते हैं, आज का टॉपिक। 

रैम क्या होता है ?


 दोस्तों सामान्यतः लोग जानते हैं, कि रैम कंप्यूटर की स्पीड को बढ़ाता है। पर यह बिल्कुल ही गलत है। क्योंकि अगर रैम कंप्यूटर की स्पीड को बढ़ाता है, तो लोग भारी से भारी प्रोसेसर नहीं खरीदते, महंगे से महंगे मदरबोर्ड नहीं खरीदते। 

वह खाली रैम बढ़ाते हैं, और कंप्यूटर की स्पीड बढ़ जाती। यह सोचने वाली बात है, कि ऐसी सोच लोग रखते क्यों हैं, क्योंकि अगर वह खुद का दिमाग अगर लगाते हैं, और सोचते हैं, कि क्या रैम कंप्यूटर की स्पीड बढ़ा सकता है, और अगर रैम कंप्यूटर की स्पीड बढ़ा देता है,  तो किसी को मदरबोर्ड महंगा वाला लेने की कोई जरूरत ही नहीं थी। और प्रोसेसर भी महंगे वाले लेने की कोई जरूरत नहीं थी। तो कुल मिलाकर आप बात को समझ गए होंगे, कि रैम कंप्यूटर की स्पीड को नहीं बढ़ाता है। बस थोड़ा बहुत मदद कर देता है। 

रैम ( RAM ) का Full  Form ( what is the working of ram)


दोस्तों रैम ( RAM ) का Full  Form रेण्डम एक्सेस मेमोरी ( Random access memory ) है।
ram full form
ram full form

रैम क्या होता है ( ram kya hota he ) ?


दोस्तों अगर मैं आपको सही से बताऊ, कि रैम क्या होता है, तो वह एक मेमोरी होता है। और हम ऐसा कह सकते हैं, कि यह कंप्यूटर का सबसे तेज मेमोरी होता है। जो कि बहुत ही ज्यादा स्पीड से काम करता है। हमारे आम मेमोरी के मुकाबले चाहे वह पेनड्राइव हो, आपके कंप्यूटर का हार्ड डिक्स हो, या आपके मोबाइल का मेमोरी कार्ड। कुछ भी हो। सबसे ज्यादा तेज रैम ही होता है, और इसको हम प्राइमरी मेमोरी भी कहते हैं। 

रैम का क्या कार्य हैं। 


दोस्तों आपको यह तो पता चल गया, कि रैम एक तरह का मेमोरी होता है। जो कि कंप्यूटर की सबसे तेज मेमोरी होती है। अब हम यह जानेंगे कि रैम का हमारे कंप्यूटर के अंदर क्या भूमिका होती है, और उसका क्या कार्य होता है। 

 रैम का कार्य


दोस्तों जब हम अपना कंप्यूटर स्टार्ट करते हैं, तो स्टार्ट होने से लेकर कंप्यूटर के बंद होने तक हम जो भी कार्य करते हैं, अपने कंप्यूटर में वह सारा कार्य कहीं ना कहीं तो, किसी ना किसी मेमोरी में तो चल रहा होगा। क्योंकि बिना मेमोरी के हवा में तो वह चल नहीं सकता। तो वह प्राइमरी मेमोरी मतलब के हमारे रैम के ऊपर चलता है। 

अब मान लीजिए कि, आप कोई ms-office का फाइल बना रहे हैं। और कुछ लिख रहे हैं। अब जो कुछ भी आप उस वक्त लिख रहे हो, वह सारा कार्य रैम में सेव होता रहता है, और जब हम उस कार्य को खत्म होने के बाद उस डॉक्यूमेंट को परमानेंट सेव करते हैं, तब वह रैम से हटकर हमारे कंप्यूटर के हार्ड डिक्स में सेव हो जाता है। तब जाकर वह परमानेंट सेव होता है। अगर आपने हार्ड डिक्स में सेव नहीं किया है, और लाइट चली गई है, या कंप्यूटर किसी भी वजह से बंद होता है, तो आपका सारा डाटा चला जाता है। क्योंकि वह सेव नहीं हो पाता है, और इसी कारण की वजह से ही हमारे रैम को टेंपरेरी मेमोरी भी कहा जाता है। मतलब के आपका वह कार्य सिर्फ उसी वक्त के लिए सेव होता है। अपने रैम में जब तक के आपका पूरा डाटा हार्ड डिक्स में सेव नहीं हो जाता। और पावर कट होते ही वह सारा डाटा रैम से डिलीट हो जाता है। इसीलिए ही पावर जाने के बाद हमें कोई भी चीज पुनः दिखाई नहीं देती। सिर्फ हार्ड डिक्स में जो सेव होता है, वही चीज हमें दिखाई देता है। 

रैम किस प्रकार से कार्य करता है ?


दोस्तों जब भी हम अपने कंप्यूटर में कार्य करते हैं, कुछ भी लिखते हैं। तो जब भी हम कोई भी वर्ड लिखते हैं, तब वह सीधा रैम में जाता है। और रैम उस डाटा को सीधा प्रोसेसर को फॉरवर्ड कर देती है, अर्थात भेज देता है। और प्रोसेसर उसको अच्छी तरह से समझ कर, उसका हल निकाल कर, वापस रैम को प्रोवाइड कर देता है। और रैम उसको अपने निर्धारित स्थान तक पहुंचा देती है। और फिर वह हमें उसका जो परिणाम होता है, वह हमें दिखाई देता है। तो इस प्रकार रैम हमारे कंप्यूटर के अंदर कार्य करता है। 

दोस्तों रैम का एक और कार्य भी होता है, के रैम एक ही वक्त में कई सारे एप्लीकेशन को अच्छे ढंग से चलाने का कार्य भी करता है। और इसीलिए शायद लोग कहते हैं, कि रैम बढ़ाने से कंप्यूटर की स्पीड बढ़ जाती है। 

 रैम कम होने से कंप्यूटर हैंग क्यों होता है ?


दोस्तों यह सवाल अक्सर लोगों के दिमाग में घूमता रहता है, कि रैम कम होने से कंप्यूटर हैंग क्यों होता है ? क्योंकि कई लोग यह तो बता देते हैं, कि रैम कम होने से आपका कंप्यूटर स्लो चलेगा, और रैम बढ़ा लेने से स्पीड में चलेगा। पर आखिर उसके स्पीड में चलने का कारण क्या होता है? उस  बात को अब हम जानेंगे। 

दोस्तों अब आप मान लीजिए, कि आपके पास एक 1GB का रैम है, और आप उस 1GB के रैम के ऊपर अपने कंप्यूटर में, एक साथ कई सारे एप्लीकेशन चला रहे हैं। जो कि काफी हैवी ड्यूटी के हैं। अर्थात मान लीजिए आप एक ही कंप्यूटर में फोटोशॉप का कार्य कर रहे हैं, उसके साथ ही वीडियो एडिटिंग का कार्य कर रहे हैं, उसके साथ ही गाना  सुन रहे हैं। अब आपको नॉर्मल ही पता होना चाहिए कि एक फोटो एडिटिंग करने के लिए आपको कितना स्पेस चाहिए होता है। 
तो अगर फोटो का साइज अगर बड़ा होगा, और रेगुलेशन बड़ा होगा। तो आपका वह 1GB रैम पूरी तरह से एक ही, उस फोटो शॉप के अंदर ही यूज हो जाएगा। और दूसरा कोई कार्य करने के लिए आपको स्पेस नहीं मिलेगा। और उसी वक्त आप अगर गाना सुनने लग जाए, तो वह ओवर लोड हो जाएगा, और आपका कंप्यूटर हैंग हो जाएगा। 

उदाहरण :-

क्योंकि एक रास्ते से अगर एक गाड़ी जा सकती है, तो वहां पर आप तीन गाड़ियां एक साथ चलाओगे, तो वहां पर जाम लग जाएगा। और आप जाम में फस जाओगे। उसी प्रकार रैम में भी होता है, कि अगर उसकी कैपेसिटी कम होती है, और आप उस रैम की केपेसिटी से ज्यादा उसमें लोड देते हैं, तो वह हैंग होने लग जाता है। 

पर दोस्तों रैम खाली स्पीड नहीं बढ़ाता है, रैम के साथ साथ का भी अच्छा होना जरूरी है। नहीं तो आप ने एक पीसी में 16GB रैम लगा दिया। और प्रोसेसर आपका बहुत पुराना है, और ज्यादा लोड लेने योग्य नहीं है, तो भी आपका कंप्यूटर हैंग होगा। तो इस बात का ध्यान रखें। और आप जहां तक कोशिश करें कि रैम को बढ़ाने के बजाए, अपने बाकी के जो कंप्यूटर के भाग है, उनको और अच्छा बनाने की कोशिश कीजिए। और अच्छे से अच्छा लेने की कोशिश कीजिए। रैम तो सबसे लास्ट ऑप्शन होता है, और सबसे पहले आप अपने कंप्यूटर का मदरबोर्ड और प्रोसेसर अच्छा लगाये है। जिससे कि आपको बेहतर रिजल्ट मिलेगा। और इस चीज के ऊपर मैं अलग से एक पोस्ट लिखने वाला हूं, कि आपका कंप्यूटर को कितने स्पीड के लिए कितना उसका कॉन्फ़िगरेशन होना चाहिए। इसके ऊपर मैं अलग से पोस्ट लिखने वाला हूं। 

तो दोस्तों आज के इस पोस्ट में बस इतना ही था। अगर आपको हमारे यह पोस्ट पसंद आए, तो प्लीज  हमें कमेंट करके जरूर बताएं। तो अब हम चलते हैं, और फिर मिलेंगे नेक्स्ट पोस्ट पर। 

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